भाजपा से गठबंधन के मुद्दे पर शिवसेना ने कहा- महाराष्ट्र में हम ही बड़े भाई
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा से गठबंधन की संभावनाओं पर शिवसेना ने कहा है कि महाराष्ट्र में वही बड़े भाई भूमिका में है और रहेगी। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने सोमवार को अपने आवास ‘मातोश्री’ पर पार्टी नेताओं और सांसदों के साथ बैठक की। बैठक के बाद पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना गठबंधन के पुराने स्टैंड पर कायम है। भाजपा की ओर से अभी कोई ऑफर नहीं आया है। हम महाराष्ट्र में बिग ब्रदर हैं, हम बिग ब्रदर थे और बिग ब्रदर रहेंगे।
राफेल और सूखे के मुद्दे पर चर्चा हुई
संजय राउत ने कहा, "हमने राफेल और महाराष्ट्र में सूखे के मुद्दे पर मंथन किया। उद्धव जी ने गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण में आठ लाख रुपए सालाना की आय सीमा होने का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें इनकम टैक्स से राहत मिलनी चाहिए क्योंकि आप ने ही (मोदी सरकार) उन्हें गरीब बताया है।"
शिवसेना ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है
पिछले साल दशहरा रैली के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा था कि हम अब कोई भी चुनाव भाजपा के साथ नहीं लड़ेंगे। इसके बाद शिवसेना लगातार भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर हमलावर रही है। लेकिन कुछ दिनों पहले देवेंद्र फडणवीस सरकार ने ठाकरे स्मारक के लिए 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा कर शिवसेना को फिर अपने पाले में लाने का प्रयास शुरू कर दिया।
पिछले लोकसभा में एक साथ थी भाजपा-शिवसेना
भाजपा-शिवसेना ने 2014 का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था। इसके बाद विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा, जिसमें भाजपा को 122 और शिवसेना को मात्र 63 सीटें मिलीं। बाद में शिवसेना ने भाजपा का समर्थन किया और महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना की सरकार बनी।
शिवसेना-भाजपा में 30 साल पहले हुआ था गठबंधन
शिवसेना और भाजपा के बीच 1989 में गठबंधन हुआ था। 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर गठबंधन टूट गया था। नतीजे आने के बाद दोनों में दोबारा गठबंधन हो गया।
छत्तीसगढ़ का चावल विदेशों में जाएगा
राहुल ने कहा कि केंद्र में हमारी सरकार बनने पर किसान और पंचायत से पूछकर जमीन ली जाएगी। अगर काम नहीं हुआ तो पांच साल में इसे वापस कर देंगे। छत्तीसगढ़ देश का ही नहीं, पूरी दुनिया के धान का कटोरा बनेगा। यहां का चावल पूरी दुनिया में ले जाया जाएगा। हर किसी की डाइनिंग टेबल पर यहां का चावल होगा।
राहुल ने ऋण मुक्ति पत्र बांटे, किसानों ने सेल्फी ली
कांग्रेस अध्यक्ष ने किसानों को ऋण मुक्ति प्रमाण पत्र बांटे। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही सरकार ने 10 दिन से पहले ही अपना वादा निभाया और किसानों के कर्ज को माफ किया था। राज्य में कांग्रेस को मिली जीत के बाद राहुल का यह पहला दौरा था। राहुल की इस रैली को छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव का शंखनाद माना जा रहा है।
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उत्तरप्रदेश में कांग्रेस नया प्रयोग कर सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्वी और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के लिए दो अलग-अलग पार्टी अध्यक्ष नियुक्त करने की तैयारी में हैं। जल्द ही इनके नामों का ऐलान हो सकता है। हाल ही में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस महासचिव बनाया है।
उत्तरप्रदेश में संगठन को मजबूत करने के लिए राहुल ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तरप्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है। इसी तरह पूर्वी और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के लिए दो प्रदेश अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं।
राफेल और सूखे के मुद्दे पर चर्चा हुई
संजय राउत ने कहा, "हमने राफेल और महाराष्ट्र में सूखे के मुद्दे पर मंथन किया। उद्धव जी ने गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण में आठ लाख रुपए सालाना की आय सीमा होने का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें इनकम टैक्स से राहत मिलनी चाहिए क्योंकि आप ने ही (मोदी सरकार) उन्हें गरीब बताया है।"
शिवसेना ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है
पिछले साल दशहरा रैली के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा था कि हम अब कोई भी चुनाव भाजपा के साथ नहीं लड़ेंगे। इसके बाद शिवसेना लगातार भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर हमलावर रही है। लेकिन कुछ दिनों पहले देवेंद्र फडणवीस सरकार ने ठाकरे स्मारक के लिए 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा कर शिवसेना को फिर अपने पाले में लाने का प्रयास शुरू कर दिया।
पिछले लोकसभा में एक साथ थी भाजपा-शिवसेना
भाजपा-शिवसेना ने 2014 का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था। इसके बाद विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा, जिसमें भाजपा को 122 और शिवसेना को मात्र 63 सीटें मिलीं। बाद में शिवसेना ने भाजपा का समर्थन किया और महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना की सरकार बनी।
शिवसेना-भाजपा में 30 साल पहले हुआ था गठबंधन
शिवसेना और भाजपा के बीच 1989 में गठबंधन हुआ था। 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर गठबंधन टूट गया था। नतीजे आने के बाद दोनों में दोबारा गठबंधन हो गया।
छत्तीसगढ़ का चावल विदेशों में जाएगा
राहुल ने कहा कि केंद्र में हमारी सरकार बनने पर किसान और पंचायत से पूछकर जमीन ली जाएगी। अगर काम नहीं हुआ तो पांच साल में इसे वापस कर देंगे। छत्तीसगढ़ देश का ही नहीं, पूरी दुनिया के धान का कटोरा बनेगा। यहां का चावल पूरी दुनिया में ले जाया जाएगा। हर किसी की डाइनिंग टेबल पर यहां का चावल होगा।
राहुल ने ऋण मुक्ति पत्र बांटे, किसानों ने सेल्फी ली
कांग्रेस अध्यक्ष ने किसानों को ऋण मुक्ति प्रमाण पत्र बांटे। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही सरकार ने 10 दिन से पहले ही अपना वादा निभाया और किसानों के कर्ज को माफ किया था। राज्य में कांग्रेस को मिली जीत के बाद राहुल का यह पहला दौरा था। राहुल की इस रैली को छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव का शंखनाद माना जा रहा है।
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उत्तरप्रदेश में कांग्रेस नया प्रयोग कर सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्वी और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के लिए दो अलग-अलग पार्टी अध्यक्ष नियुक्त करने की तैयारी में हैं। जल्द ही इनके नामों का ऐलान हो सकता है। हाल ही में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस महासचिव बनाया है।
उत्तरप्रदेश में संगठन को मजबूत करने के लिए राहुल ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तरप्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है। इसी तरह पूर्वी और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के लिए दो प्रदेश अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं।
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